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Showing posts from July, 2019

उत्तर प्रदेश की राजनीति में कैसे पिछड़ा कुर्मी समाज

                                          उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य जहां की कुल जनसंख्या 20 करोड़ करोड़ 20 करोड़ करोड़ 20 करोड़ करोड़ से भी अधिक है जहां पर लोकसभा सीट 80 सीटें आती है पता विधानसभा की सीटें आती है देश के अधिकतर प्रधानमंत्रियों के सभी क्षेत्र भी उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश क्षेत्र भी उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश प्रदेश से ही आते हैं उत्तर प्रदेश राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इलाका है उत्तर प्रदेश में 15 की आबादी आबादी की आबादी आबादी रखने वाला कुर्मी समाज आज तक उपेक्षित रहा उपेक्षित रहा गौरवशाली इतिहास व सम्मानजनक वर्तमान वर्तमान होने के बावजूद अभी भी कोई भी कुर्मी उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बन सका आज आप सभी सभी चर्चा करेंगे उन कारणों का किसकी वजह से कुर्मी समाज उत्तर प्रदेश की राजनीति में बिछड़ बिछड़ की राजनीति में बिछड़ बिछड़ गया अंतर्जनपदीय अंतर जाति विवाह विवाह की कमी                                           कुर्मी समाज उत्तर प्रदेश के हर क्षेत्र में फैला हुआ है पूर्वांचल आवाज पश्चिमी यूपी यूपी पर कुर्मी समाज में अभी भी अंतर्ज

ब्रिटेन को मिली कुर्मी गृहमंत्री पर भारत में कब??

अभी ब्रिटेन में आम चुनाव समाप्त हुए हैं और बना के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री बन गए हैं बोरिस जॉनसन और उसके बाद वहाँ की गृहमंत्री  बनी है  Priti सुशील पटेल यह क्षण कुर्मी समाज के लिए गौरवान्वित करने वाले हैं हैं वक्त हमारे द्वारा समीक्षा विश्लेषण का ठीक है ब्रिटेन में एक कुर्मी को इतना बड़ा को इतना बड़ा राजनैतिक पद मिल सकता है पर भारत जहां पर कुर्मी समाज की 24 फ़ीसदी से अधिक से अधिक से अधिक आबादी है यहां पर कुर्मी समाज आज की राजनीतिक हिस्सेदारी राजनीतिक हिस्सेदारी के लिए चिल्ला रहा इसके बावजूद को उपयुक्त हिस्सेदारी नहीं मिला क्या भारत के 35 करोड़ कुर्मी आज आज नपुंसक हो गए हैं क्या उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है क्या उनके अंदर क्षमता नहीं ले गई है क्या वह गई है क्या वह योग्य नहीं है 33 करोड़ की जनसंख्या होने के बावजूद अपने समाज को प्रदान करें कुर्मी एक मेहनती जाती है जो अपने ईमानदारी वाक्य सीता के लिए प्रसिद्ध है समाज के बुद्धिजीवियों युवा व प्रत्येक कुर्मी को कुछ से प्रश्न पूछना चाहिए क्या हम सिर्फ एक कुर्मी परिवार में जन्म लेने भर से ही कुर्मी होगा या फिर हमने हमने फिर हमने हमने हमने अ

कुर्मी समाज की मोदी जी से पांच बड़ी मांगे

भाजपा की जीत कुर्मी समाज का एक बहुत बड़ा सहयोग रहा हम सब जानते हैं कि आबादी में 30 करोड़ से अधिक कुर्मी समाज भारतवर्ष का सबसे बड़ा समाज का सबसे बड़ा बड़ा समाज है एक गणतंत्र के नीव उसका मूल उद्देश्य जनसंख्या के हिसाब से सबकी भागीदारी सुनिश्चित करना होता है इस हिसाब से हम सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं और मोदी जी को भी अपने कुर्मी वोटरों को रिटर्न गिफ्ट अवश्य देना चाहिए। निम्नलिखित कुर्मी समाज की मोदी जी से कुछ मांगे है।  जातिगत जनगणना   भारत में जातिगत जनगणना की बहुत ज्यादा आवश्यकता है हर समाज अपने आप को बड़ा दिखाना चाहता है। ताकि वह ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व पा सके जातिगत जनगणना के बाद यह सब साफ हो जाएगा हो जाएगा अत: कुर्मी समाज को जनसंख्या के आधार पर उपयुक्त भागीदारी दी जाएगी।  ओबीसी के आरक्षण में बढ़ोतरी   खासतौर पर उत्तर प्रदेश बिहार और झारखंड जैसे राज्य जहां ओबीसी वर्ग में कई जातियां आती हैं। ओबीसी को अपनी आबादी के हिसाब से सही प्रतिनिधित्व नहीं मिला है अगर समाज में संतुलन को स्थापित करना है तो इन राज्यों में जातिगत जनगणना के हिसाब से ओबीसी आरक्षण में बढ़ोतरी हो