Skip to main content

Posts

Showing posts from 2024

टांडा की विरासत में है कुर्मी मुस्लिम भाईचारा

  अंबेडकर नगर जिले में स्थित कस्बा टांडा जिसे सन 1714 में मुगल सम्राट फरुखशियर के फरमान पर राजा सैयद हुसैन अली साहब ने बसाया था आज भी मुस्लिम समाज के भाइयों की अच्छी संख्या है।  अंबेडकर नगर और आसपास के इलाकों में जैसे-जैसे संघी मजबूत होते गए अवध में सांप्रदायिकता भी अपने परवान चढ़ती गई,टांडा भी इससे अछूता नहीं रहा। ऐतिहासिक रूप से टांडा के मुस्लिम है वतनपरस्त रहे हैं, 1857 की क्रांति में राजा सैयद हुसैन अली साहब और उनके भाई राजा सैयद अब्बास अली ने पूरी मजबूती से अंग्रेजों से लोहा लिया था।  टांडा समेत पूरे अंबेडकर नगर में कुर्मी और मुस्लिम समाज के बीच हमेशा से ही भाईचारा रहा है,यहां के कुर्मी हमेशा सही शिक्षित और प्रोग्रेसिव माइंडसेट के रहे हैं। अभी हाल ही में एक कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो रही है जिसमें भाजपा के दो सदस्य आपस में लड़ते हुए, गाली गलौज करते हुए सुनाई दे रहे हैं वर्मा जी टांडा से हैं और आरएसएस के विचारधारा से प्रभावित है पर उन्हें 20 साल से भाजपा में सेवा देने के बावजूद भी अपनी लॉयल्टी पंडित के सामने दिखानी पड़ रही है, प्रूफ करनी पड़ रही है। मेरा व्यक्तिगत मत है कि कुर्मियों क

24 में यूपी के कुर्मी तोड़ेंगे सारे रिकॉर्ड

 2019 में यूपी के पुराने सारे रिकॉर्ड टूट जाते हैं 80 में से 8 सीटों पर कुर्मी प्रत्याशी की जीत हुई वह भी तब जब बाराबंकी कौशांबी हरदोई बहराइच जैसे कुर्मी बाहुल्य सीटों को आरक्षण के दायरे में लाकर कुर्मियों से दूर कर दिया जाता है।  अंबेडकर नगर लखीमपुर और बस्ती जैसे किले टैक्टिकल वोटिंग के चलते कुर्मी हार जाते हैं।  पीलीभीत को कृत्रिम रूप से एक परिवार विशेष के हवाले कर दिया जाता है और वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आकर कुर्मियों को न्यूट्रलाइज कर देते हैं इन सब के बावजूद 8 सीटों पर कुर्मियों का कब्जा हो जाता है जो कि लोकसभा के कुल 10% थी, तीन से पांच प्रतिशत कुर्मी आबादी दिखाने वाली मीडिया के मुंह पर यह तमाचा था, परिणाम 2022 में देखा जा सकता है विधायकों की संख्या ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए कुल 43 विधायक विजयी हुए जो की कुल संख्या का 10.67 फीसद है। अब 24 के चुनाव सिर पर है उत्तर भारत के कुर्मी राजनीति के लिए यह decisive मोमेंट है time of judgement है प्रतापगढ़ गोंडा पीलीभीत बाराबंकी अंबेडकर नगर बस्ती लखीमपुर फतेहपुर में इस बार चूक नहीं करनी है अगर इस बार कुर्मी विचारधारा वह पार्टी