हमारा देश भारत तीन तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है लंबी समुद्री सीमा देश की व्यवस्था को और ज्यादा विराट को प्रदान करती है। भारत बहुत पुराने समय से समुद्र के रास्ते व्यापार करता आया है। समुद्रों का इस्तेमाल राज्य अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए भी खूब करते आए हैं और ,आज भी कर रहे हैं तभी तो चीन लगातार हिंद महासागर में भारत को घेरने के लिए अपने बंदरगाहों और जंगी जहाजों की संख्या में वृद्धि कर रहा है। भारत भूमि के शासक वर्ग चाहे वह दिल्ली के सुल्तान हो या राजपूत या फिर मुगल किसी ने भी नौसेना पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया परंतु कुर्मी शासकों ने नौसेना की आवश्यकता को भलीभांति जाना और देश की सुरक्षा के लिए नौसेना की स्थापना की तभी तो इंडियन नेवी कुर्मी कुलभूषण छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना प्रेरणास्रोत मानती है यहां तक की छत्रपति शिवाजी महाराज को फादर आफ इंडियन नेवी भी कहा जाता है । शिवाजी महाराज ने सन 1650 में कोंकण प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों में अपनी नौसेना की नीव रखदी थी । समुद्र से होने वाले व्यापार पर पुर्तगालियों व अंग्रेजों का एकाधिकार था इसके अलावा समुद्री मार्गो पर लुटेरों व डाकुओं ...