यदुवंश को अक्सर हम सभी एक विशेष जाती से जोड़ लेते है जो की बिल्कुल ही
गलत है। यदुवंश एक वंश है ना कि कोई जाति और इस वंश में कुर्मी समाज के
लोगो की आबादी बहुत है।
यदुवंश के जुड़े कुछ तथ्य :-
शाखा – जादो/जाधव जादव
वंश – यदुवंश
ठिकाना – द्वारिका से देवगिरि , सिंदखेड़,महाराष्ट्र , महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश
गोत्र – अत्रि
कुलदेवी – माता योगेश्वरी
वर्ण – क्षत्रिय
ध्वज – केसरिया
भोज ,अंधक,वृंसनी आदि यदुवंशी कुर्मियों की शाखाएं है ।
1761 के पानीपत के तृतीय युद्ध तथा 1772 में रुहेलों पर हुए आक्रमण में यदुवंशी कुर्मियों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया ।
इसके बाद से यदुवंशी कुर्मी समाज दी भागो में बात गया था
1- जो महाराष्ट्र में ही रुक गए और मराठा कुनबी कह लाए।
2- और वह जो पानीपत के तृतीय युद्घ का बदला लेने के लिए रुहेलखंड आये
कुछ प्रमुख यदुवंशी कुर्मी सख्शियत:-
कुंवर मोहनस्वरूप यदुवंशी – पूर्व सांसद पीलीभीत
कुंवर ढाका लाल राय बहादुर – स्वतंत्रा सेनानी
महेंद्र सिंह यदुवंशी – पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, आंदोलनकारी असगयोग आंदोलन
संतोष गंगवार – सांसद बरेली , केंद्रीयमंत्री
के० डी० जाधव – पहलवान , ओलिम्पिक पदक विजेता
केदार जाधव – सदस्य भारतीय क्रिकेट टीम
राजमाता जीजाबाई – छत्रपति शिवाजी महाराज की माँ
यदुवंशी कुर्मियों की परम्पराए:-
यदुवंशी विवाह के समय मुकुट पर सफेद मोर लगते है तथा हाथ मे सफेद धागा जोकि चंद्रवंश का प्रतीक है।
लड़कियों का विवाह अगर गंगवार कुर्मियों में होता है तो गवने के गाठे किसी अन्य गंगवार के घर मे रास्ते से जुड़ती है।
यह परंपरा श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा के समय से चली आ रही है उन्होंने अपने गवने के गाठे रास्ते मंदिर से जोड़े थे।
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वर्ण – क्षत्रिय
ध्वज – केसरिया
भोज ,अंधक,वृंसनी आदि यदुवंशी कुर्मियों की शाखाएं है ।
1761 के पानीपत के तृतीय युद्ध तथा 1772 में रुहेलों पर हुए आक्रमण में यदुवंशी कुर्मियों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया ।
इसके बाद से यदुवंशी कुर्मी समाज दी भागो में बात गया था
1- जो महाराष्ट्र में ही रुक गए और मराठा कुनबी कह लाए।
2- और वह जो पानीपत के तृतीय युद्घ का बदला लेने के लिए रुहेलखंड आये
कुछ प्रमुख यदुवंशी कुर्मी सख्शियत:-
कुंवर मोहनस्वरूप यदुवंशी – पूर्व सांसद पीलीभीत
कुंवर ढाका लाल राय बहादुर – स्वतंत्रा सेनानी
महेंद्र सिंह यदुवंशी – पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, आंदोलनकारी असगयोग आंदोलन
संतोष गंगवार – सांसद बरेली , केंद्रीयमंत्री
के० डी० जाधव – पहलवान , ओलिम्पिक पदक विजेता
केदार जाधव – सदस्य भारतीय क्रिकेट टीम
राजमाता जीजाबाई – छत्रपति शिवाजी महाराज की माँ
यदुवंशी कुर्मियों की परम्पराए:-
यदुवंशी विवाह के समय मुकुट पर सफेद मोर लगते है तथा हाथ मे सफेद धागा जोकि चंद्रवंश का प्रतीक है।
लड़कियों का विवाह अगर गंगवार कुर्मियों में होता है तो गवने के गाठे किसी अन्य गंगवार के घर मे रास्ते से जुड़ती है।
यह परंपरा श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा के समय से चली आ रही है उन्होंने अपने गवने के गाठे रास्ते मंदिर से जोड़े थे।
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